सूक्ष्म- लघु एवं मध्यम उद्यम स्थापित करने हुई कार्यशाला…उद्यमियों और युवाओं ने लिया उत्साहपूर्वक हिस्सा

जगदलपुर ।  जिले में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को पारंपरिक बैंकिंग विकल्पों के अतिरिक्त वैकल्पिक वित्तीय स्रोतों की जानकारी देने एवं उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुक्रवार को कलेक्टोरेट के प्रेरणा हॉल में वैकल्पिक  वित्तपोषण पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला भारत सरकार के सूक्ष्म-लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय सहित विश्व बैंक द्वारा संयुक्त रूप से वित्तपोषित रेम्प योजनांतर्गत आयोजित की गई।

         कार्यक्रम की शुरुआत में  योगेश शर्मा, एसपीआईयू रायपुर योगेश शर्मा द्वारा रेम्प योजना  के बारे में विस्तार से अवगत कराया गया कि यह योजना एमएसएमई को वित्तीय, बाज़ार एवं संस्थागत सशक्तिकरण के माध्यम से प्रतिस्पर्धी व सतत विकास की दिशा में बढ़ाने हेतु क्रियान्वित की जा रही है। इसके पश्चात इनवाईशमेंट के  निखिल ने ट्रेड्स प्लेटफॉर्म के संचालन, बिल डिस्काउंटिंग की प्रक्रिया एवं समयबद्ध भुगतान की सुविधा पर जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि ट्रेड्स प्लेटफॉर्म एमएसएमई को बिल भुगतान से राहत दिलाने और नकदी प्रवाह को बेहतर बनाने का प्रभावी माध्यम है। वहीं सूक्ष्म-लघु एवं मध्यम उद्यम विकास बैंक रायपुर के उप प्रबंधक अमित खरे ने बैंक के माध्यम से सूक्ष्म-लघु एवं मध्यम उद्यमियों के लिए संचालित विभिन्न ऋण और अन्य योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही उपप्रबंधक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज  अविक गुप्ता ने एनएसई ईमर्ज प्लेटफॉर्म पर सूचीकरण सम्बन्धी पात्रता, मानदंड एवं इससे सूक्ष्म-लघु एवं मध्यम उद्यम को होने वाले लाभों की विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद प्रबंधक एनएसई नितिन त्रिपाठी ने पॉवर पाइंट प्रस्तुति के माध्यम से भारतीय पूंजी बाजार की कार्यप्रणाली और निवेश के अवसरों के बारे में अवगत कराया।

        कार्यशाला की अध्यक्षता उद्योग भारती जगदलपुर के अध्यक्ष  राजेन्द्र पाण्डेय, उपाध्यक्ष बस्तर चेम्बर ऑफ कॉमर्स विमल बोथरा और सचिव नवरतन जलोटा सहित जिले के 30 से अधिक उद्यमी, महिला उद्यमियों के अलावा चार्टेड एकाउन्टेंट और अन्य हितधारकों ने भाग लिया।इस दौरान प्रतिभागियों ने विषय की उपयोगिता पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और आग्रह किया कि व्यवहारिक जानकारियों से युक्त कार्यशालाओं का आयोजन भविष्य में भी किया जाए। यह कार्यशाला एमएसएमई के लिए पूंजी बाजार से जुड़ाव, वैकल्पिक वित्त की समझ और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण साबित हुई।कार्यशाला के अंत में क्षेत्रीय व्यापार एवं उद्योग केंद्र जगदलपुर के मुख्य महाप्रबंधक श्री अजित सुन्दर बिलुंग द्वारा समस्त प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी आयोजित कार्यशाला में अपनी सहभागिता निभाने का आग्रह किया गया।

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