
जगदलपुर – जगदलपुर शहर अब प्रदेश की पहली मैन मेड ग्रीन रोड का गवाह बनने जा रहा है। इस सड़क पर पारंपरिक डिवाइडर की जगह ग्रीन ग्रास और एवेन्यू प्लांटेशन होगा, जो इसे मेट्रो सिटी जैसी आधुनिकता और प्राकृतिक खूबसूरती दोनों का संगम बनाएगा। 36 करोड़ की लागत से इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जाएगा। दरअसल अनुपमा चौक से पल्ली नाका तक सड़क चौड़ीकरण का काम लंबे समय से प्रस्तावित था। इस प्रोजेक्ट के दायरे में करीब 244 पेड़ कटने वाले थे, जिसके विरोध में इंद्रावती बचाओ अभियान के सदस्य खुलकर सामने आए। उन्होंने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया और वैकल्पिक रास्ते सुझाए।


प्रदर्शन की गूंज जिम्मेदारों तक पहुंची तो जगदलपुर विधायक किरण देव ने पीडब्ल्यूडी और प्रशासन को निर्देश दिया कि समाधान तलाशा जाए। इसके बाद हुई बैठक में तय हुआ कि 15 मीटर दायरे के पेड़ नहीं काटे जाएंगे। परिणामस्वरूप अब आधे से ज्यादा पेड़ बचा लिए गए। पहले जहां 244 पेड़ों की कटाई होनी थी, वहीं अब केवल करीब 100 पेड़ों को हटाया गया है। नए डिजाइन की खासियत यह है कि सड़क के बीच ग्रीन ग्रास बारिश का पानी सोखकर वाटर हार्वेस्टिंग में मदद करेंगे। साथ ही मध्यम आकार के पेड़ लगाए जाएंगे, जिससे बरसात का पानी सड़क पर जाम नहीं होगा। सड़क के बीच से अंडरग्राउंड वाटर क्रॉसिंग बनाई जाएगी, जिससे धरमपुरा रोड की सालों पुरानी जलभराव की समस्या भी खत्म होगी।
पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि यह सिर्फ एक सड़क प्रोजेक्ट नहीं बल्कि विकास और हरियाली का नया मॉडल है। पेड़ों की कटाई का विरोध कर भी समाधान निकालना संभव है, और इस प्रोजेक्ट ने यह साबित कर दिया। अब जगदलपुर की इस पहल को एक मिसाल माना जा रहा है। आने वाले समय में बस्तर के अन्य विकास कार्य भी इसी सोच के साथ किए जाएं, तो शहर आधुनिकता के साथ-साथ अपनी प्राकृतिक धरोहर को भी संजोए रख सकेगा।
