जगदलपुर । रायपुर जगदलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर हादसों का सिलसिला थामने का नाम नहीं ले रहा है…लगातार हादसों ने लोगों के दिमाग में बस्तर को अन्य शहरों से जोड़ने वाले सड़कों का खासा डर बैठा दिया है चुकी हवाई सेवा और रेल सेवा बंद है तो ऐसे में बस्तर वासियों के सामने सड़क मार्ग और बेतरतीब तेज रफ्तार वाहनों के बीच खुदकी जिंदगी खतरे में डालने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है…और बस्तर की सड़क हर दिन खून से लाल हो रहे हैं…
पुलिस के आंकड़े भी चौंकाने वाले हैं
पुलिस से मिले आंकड़ों की बात कही जाए तो सिर्फ बीते 6 महीने में 263 सड़क हादसों में 134 लोगों की जान गई है और 183 लोग घायल हुए हैं हादसों की सबसे बड़ी वजह तेज रफ्तार, नशा और सड़क किनारे अवध पार्किंग बताई जा रही है…
पुलिस के अनुसार बस्तर में हर दिन औसतन एक से अधिक सड़क हादसे हो रहे हैं वहीं हर दूसरे दिन एक व्यक्ति की जान जा रही है ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर एन एच 30 पर मौत का यह सिलसिला कब थमेगा….हर हादसे के बाद कुछ दिन चेकिंग कुछ कार्रवाई और फिर सब कुछ पहले जैसा आप जनता पूछ रही है क्या कोई ठोस व्यवस्था होगी क्या प्रशासन केवल आंकड़ों तक सीमित रहेगा या जमीन पर भी कुछ बदलेगा…..
इन हादसों की सबसे बड़ी वजह तेज रफ्तार और चालक की लापरवाही मानी जा रही है एन एच 30 पर तेज रफ्तार वाहनों की होड़ अनियंत्रित ट्रक और नशे में वाहन चलाना आम हो चुका है कई मामलों में देखा गया है कि सड़क किनारे खड़े ट्रैक किया बस भी हादसे की वजह बनते हैं….
पुलिस का दावा है कि हर साल लोगों को जागरूक करने जागरूकता अभियान चलाया जाता है ,बाइक सवारों को हेलमेट की एहमियत बताई जाती है साथ ही लापरवाही करने वालो से चलान भी काटा जाता है और लापरवाह लोगों की संख्या इतनी है कि महज 6 माह में ही चालान से आई रक्म 50लाख से अधिक की है ….चालान से लोगों को फर्क नहीं पड़ता और कही न कही लोगो की लापरवाही बड़ी वजह है इन हादसों में जान जाने की बावजूद लोगों की लापरवाही जारी है और हादसे रुक नहीं रहे है….. तेज रफ्तार बेलगाम यात्री बस हो या ट्रैक जो अपना समय बचाने सड़क में यमराज बन घूम रहे है और लोगों के खून से सड़क लाल होती जा रही है….
