बीजापुर । नक्सलियों का एक बार फिर अमानवीय चेहरा सामने आया है अमानवीय इस लिए भी क्योंकि नक्सली अपने आपको ग्रामीण आदिवासियों का हितैषी बताते है लेकिन उन्हीं ग्रामीण आदिवासियों के मौत का कारण भी बनते है….जिन जंगलों में आदिवासी ग्रामीणों का घर है जहां वे अपने दैनिक उपयोग की सामग्री लेने जाते है उन्हीं जंगलों में नक्सली जवानों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से आई डी लगते है पर प्रेशर आई डी जवान और ग्रामीणों में कोई भेद नहीं करता है और इस बात से नक्सली बखूबी वाकिफ है फिर भी आई डी लगा जाते है और परिणाम ग्रामीणों की मौत होती है….ताजा मामला बीजापुर जिले का है जहां नक्सलियों द्वारा लगाया गए प्रेशर आई डी की चपेट में आकर 3 ग्रामीण घायल हो गए , घायलों में एक 16 वर्षीय युवती भी शामिल है हालांकि तीनों की हालत गंभीर जरूर है लेकिन किसकी मौत नहीं हुई है और तीनों का इलाज किया जा रहा है…बतादें की तीनों ग्रामीण धनगोल के जंगल में मशरूम तोड़ने गए थे उस दौरान नक्सलियों द्वारा लगाया गया प्रेशर आई डी ब्लास्ट हो गया और तीनों ग्रामीण घायल हो गए….ब्लास्ट की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है….घायल तीनों ग्रामीण के नाम है= कविता कुड़ियम, कोरसे संतोष और चिड़ेम कन्हैया …..

