छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े और ऐतिहासिक तालाब दलपत सागर को संवारने की कोशिशें बीते दो दशकों से जारी हैं। अब एक बार फिर इसके सौंदर्यीकरण के लिए 9 करोड़ 88 लाख रुपये का नया बजट स्वीकृत हुआ है। लेकिन इस कोशिश को लेकर सवाल भी उतने ही बड़े हैं क्या वाकई अब दलपत सागर संवर पाएगा या यह पैसा भी सागर की गहराइयों में गुम हो जाएगा। बीते 20 वर्षों में दलपत सागर पर करीब 13 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं, इसके बावजूद तालाब की हालत में कोई ठोस बदलाव नहीं दिखता। दलपत सागर में पानी नहीं जलकुंभी का जाल दिखता है और चारों ओर उपेक्षा की तस्वीर नजर आती है। अब तक की सौंदर्यीकरण योजनाओं की बात करें तो, महापौर संतोष बाफना के कार्यकाल में तीन करोड़ की लागत से म्यूजिकल फाउंटेन लगाया गया जो अब गायब है। किरण सिंह देव के समय लगभग चार से पांच करोड़ की लागत से तालाब में बंड बनाया गया, जतिन जायसवाल के कार्यकाल में 45 लाख का मछली दाना डाला गया, वहीं सफीर साहू के महापौर रहते कांग्रेस सरकार ने करीब तीन करोड़ रुपये खर्च किए और 75 लाख की वीड हार्वेस्टर मशीन खरीदी गई लेकिन इन सबके बावजूद दलपत सागर की स्थिति बेहतर नहीं हो सकी।
अब एक बार फिर विपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा है कि दलपत सागर जनप्रतिनिधियों के लिए दूधारू गाय बन गया है। फाउंटेन, बंड और मशीन के नाम पर करोड़ों खर्च हो चुके हैं, और अब एक बार फिर 10 करोड़ के आसपास का बजट आ गया है। सवाल यही है कि क्या इस बार वाकई सौंदर्यीकरण होगा या पहले की तरह फिर बंदरबांट
महापौर संजय पांडे ने इन आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस को तब दर्द होता है जब शहर में विकास कार्य शुरू होते हैं। उन्होंने बताया कि डीपीआर तैयार होने के बाद विधायक किरण देव, डिप्टी सीएम अरुण साहू और वित्त मंत्री ओपी चौधरी के सहयोग से यह बजट मंजूर हुआ है। इस पैसे से वॉटर एडवेंचर, चौपाटी, लाइटिंग और फुटपाथ जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। महापौर का दावा है कि अगले छह महीनों में दलपत सागर की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कार्यकाल में खरीदी गई वीड हार्वेस्टर मशीन में ही 45 लाख का डीजल फूंक दिया गया था। उनका कहना है कि कांग्रेस ने केवल भ्रष्टाचार की योजनाएं बनाईं, जिससे दलपत सागर की हालत बद से बदतर होती गई।
अब देखने वाली बात होगी कि क्या 9.88 करोड़ से दलपत सागर की तस्वीर बदलती है या फिर यह पैसा भी राजनीतिक भेंट चढ़ जाएगा।
