जगदलपुर । रजत जयंती वर्ष एवं स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत भगत सिंह स्कूल में स्वच्छता शपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया। नगर निगम द्वारा भगत सिंह स्कूल परिसर में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर पर महापौर संजय पांडे ने विद्यालय के शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राओं को स्वच्छता की शपथ दिलाई।


महापौर संजय पांडे ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता केवल एक प्रशासनिक अभियान नहीं, बल्कि यह समाज की साझा जिम्मेदारी है। हमें अपने घर, गली, मोहल्ले और विद्यालय को सदैव स्वच्छ रखने का संकल्प लेना चाहिए। गीले एवं सूखे कचरे का पृथक्करण करके उन्हें अलग-अलग डस्टबिन में डालें, जिससे उसका उचित प्रबंधन हो सके। सार्वजनिक स्थलों और नुक्कड़ों पर कचरा फेंकना बंद करें। स्वच्छता को जीवन की आदत बनाकर ही हम स्वस्थ समाज और उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि विद्यार्थियों में बचपन से ही स्वच्छता की आदतें विकसित करना आवश्यक है। शिक्षकगण इस दिशा में बच्चों को प्रेरित करें और उन्हें स्वच्छता के संस्कार प्रदान करें। कार्यक्रम में विद्यालय परिवार ने सामूहिक रूप से परिसर की साफ-सफाई की तथा पौधारोपण कर स्वच्छ एवं हरित वातावरण का संदेश दिया।
भगत सिंह स्कूल में पहुंचे महापौर संजय पाण्डे ने बच्चों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि यदि हर नागरिक अपने घर का गीला और सूखा कचरा अलग रखे और उसे कचरा गाड़ी को ही सौंपे, तो जगदलपुर को भी इंदौर की तरह ग्रीन और क्लीन सिटी बनाया जा सकता है।
महापौर संजय पाण्डे ने छात्रों और शिक्षकों को समझाया कि घर से निकलने वाले गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग डस्टबिन में रखना क्यों जरूरी है। उन्होंने कहा कि शहर को गंदगी से मुक्त रखने के लिए मोहल्लों और नुक्कड़ों पर कचरा न फेंका जाए। यदि कचरा गाड़ी समय पर न आए, तो नागरिक टोल फ्री नंबर 1100 पर शिकायत करें और जरूरत पड़ने पर वार्ड पार्षद या वार्ड मेट को भी सूचित करें।
महापौर ने कहा इंदौर देश का सबसे स्वच्छ शहर है, और अब हमारा लक्ष्य जगदलपुर को उसी तर्ज पर क्लीन और ग्रीन सिटी बनाना है। यह तभी संभव होगा जब पूरे शहरवासी मिलकर जिम्मेदारी निभाएं।
इस मौके पर विद्यालय के स्टाफ और शिक्षकों ने भी संकल्प लिया कि वे शहर की स्वच्छता अभियान में सक्रिय योगदान देंगे और लोगों को कचरा प्रबंधन के लिए जागरूक करेंगे।
इस अवसर पर एमआईसी सदस्य राणा घोष, नगर निगम के अधिकारीगण, विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

