जगदलपुर । केके रेल लाइन पर एक बार फिर यात्री ट्रेनों की वापसी हो चुकी है। ये वही रेल लाइन है जहां 2 जुलाई को मल्लिगुड़ा और जराटी स्टेशन के बीच भू-संखलन की स्थिति को देखते हुए रेल परिचालन रोक दिया गया था। ट्रैक को तो एक सप्ताह के भीतर ही दुरुस्त कर मालगाड़ियों का संचालन शुरू कर दिया गया, लेकिन यात्री ट्रेनों को बंद रखा गया। इस बंदी से किरंदुल, मलकानगिरी, कोरापुट, जगदलपुर, विशाखापट्टनम और भुवनेश्वर से यात्रा करने वालों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। लगातार लल्लूराम डॉट कॉम और न्यूज़ 24 ने जनता की इस पीड़ा को प्रमुखता से उठाया। वहीं कांग्रेस ने भी विरोध की कमान संभाली। जगदलपुर स्टेशन मास्टर कार्यालय का घेराव करते हुए कांग्रेस ने ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि 7 दिनों के भीतर यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं किया गया, तो रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। साथ ही मालगाड़ियों को भी रोकने की रणनीति तय कर ली गई थी। इस जनदबाव और राजनीतिक चेतावनी के बाद आखिरकार रेलवे को झुकना पड़ा और 28 दिन बाद यात्री ट्रेन सेवाएं बहाल कर दी गईं।

अब किरंदुल से लेकर विशाखापट्टनम तक की रेल सेवाएं सामान्य रूप से शुरू कर दी गई हैं।विशाखापट्टनम–किरंदुल नाइट एक्सप्रेस, किरंदुल–विशाखापट्टनम नाइट एक्सप्रेस, विशाखापट्टनम–किरंदुल पैसेंजर और किरंदुल–विशाखापट्टनम पैसेंजर ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर फिर से चलेंगी। इसके साथ ही हावड़ा से जगदलपुर के बीच चलने वाली समलेश्वरी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर–जगदलपुर के बीच चलने वाली हिराखंड एक्सप्रेस भी अब पूर्ववत परिचालित होंगी। राउरकेला से जगदलपुर आने-जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस सेवाएं भी बहाल कर दी गई हैं। वहीं 31 जुलाई को किरंदुल से चलने वाली पैसेंजर स्पेशल ट्रेन विशाखापट्टनम तक जाएगी और उस दिन नियमित 58502 ट्रेन रद्द रहेगी।