जगदलपुर । बस्तर जिले के धान संग्रहण केंद्रों में पिछले साल का धान अभी तक अटका हुआ है। आंकड़ा चौंकाने वाला है करीब 95 हज़ार क्विंटल धान अब भी उठाव का इंतजार कर रहा है। जिले के बिरिंगपाल, नियानार, छोटे देवड़ा और सिवनी केंद्रों में रखा यह धान किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गया है।
हालात यह हैं कि बस्तर के साथ-साथ बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा का धान भी इन्हीं केंद्रों में रखा गया है, लेकिन समय पर उठाव नहीं होने से संग्रहण केंद्र भरे पड़े हैं। अब जबकि इस साल की धान खरीदी की तैयारी शुरू हो चुकी है, पुराने धान का जाम प्रशासन की बड़ी चुनौती बनकर सामने आ गया है। बस्तर कलेक्टर हरीश एस का कहना है कि जिले के चारों खरीदी केंद्रों से करीब 95% धान का उठाव हो चुका है, लेकिन 95 हज़ार क्विंटल धान अभी बाकी है। संबंधित विभागों के साथ समन्वय बनाकर जल्द ही उठाव पूरा करने का भरोसा उन्होंने दिलाया है।
* 95 हज़ार क्विंटल धान बना प्रशासन की चुनौती*
