ऑपरेशन सिंदूर
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 14 दिन बाद भारत ने आतंक के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के रूप में बड़ी कार्रवाई की. “ऑपरेशन सिंदूर के सफलतापूर्वक अंजाम दिए जाने के बाद, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देर रात तीनों सेनाओं के प्रमुखों से संवाद किया और पूरे हालात की विस्तृत जानकारी ली.
भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना की संयुक्त ताकत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई न केवल एक कड़ा संदेश है. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद भारत ने 14 दिन के भीतर इसका मुंहतोड़ जवाब दिया.
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में जानकारी साझा करते हुए बताया कि इस मिशन के दौरान आतंकियों के 9 ठिकानों को सफलतापूर्वक नष्ट किया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूरे अभियान के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा गया कि किसी निर्दोष नागरिक को कोई नुकसान न पहुंचे, जिसके लिए एजेंसियों से प्राप्त इनपुट्स को बेहद गंभीरता से लिया गया। सवाईनाला कैंप, जो लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख ठिकाना माना जाता था, पहला लक्ष्य था। कर्नल कुरैशी ने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन में पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया।
इन स्पॉट को भारत ने किया अटैक
प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन के मुख्यालयों को निशाना बनाकर रात के समय नौ ठिकानों पर विशेष कार्रवाई की गई।
मरकज़ सुब्हान अल्लाह, बहावलपुर – जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का ठिकाना
मरकज़ तैयबा, मुरिदके – लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का मुख्यालय
सरजल, टेहड़ा कलां – जैश-ए-मोहम्मद का अड्डा
महमूना जोया, सियालकोट – हिज्बुल मुजाहिदीन (HM) का ठिकाना
मरकज़ अहले हदीस, बरनाला – लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा
मरकज़ अब्बास, कोटली – जैश-ए-मोहम्मद का केंद्र
मस्कर रहील शहीद, कोटली – हिज्बुल मुजाहिदीन का प्रशिक्षण शिविर
शवाई नाला कैंप, मुजफ्फराबाद – लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी शिविर
सैयदना बिलाल कैंप, मुजफ्फराबाद – जैश-ए-मोहम्मद का संचालन केंद्र